
“डेथ नोट” एक प्रसिद्ध जापानी मंगा (कॉमिक) और एनीमे (एनीमेटेड सीरीज) है, जिसे त्सुगुमी ओबा ने लिखा और ताकेशी ओबाता ने चित्रित किया। यह कहानी एक ऐसे लड़के की है जिसे एक विशेष नोटबुक मिलती है, जो उसे किसी भी व्यक्ति का नाम लिखने पर उसकी मृत्यु का कारण बनती है। डेथ नोट ने दुनियाभर में अपनी कहानी, पात्रों और उनकी मानसिक स्थिति के कारण जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है।
कहानी का सार:Death Note -The Japanese Series

कहानी की शुरुआत होती है लाइट यागामी नामक एक मेधावी छात्र से, जो दुनिया की बढ़ती हुई बुराई से परेशान है। एक दिन उसे एक रहस्यमय नोटबुक मिलती है, जिसका नाम “डेथ नोट” है। इस नोटबुक का एक शक्तिशाली गुण है — यदि किसी व्यक्ति का नाम इस नोटबुक में लिखा जाए और उसे उस व्यक्ति के चेहरे को सही से याद किया जाए, तो वह व्यक्ति उस नाम के लिखे जाने के बाद निश्चित रूप से मर जाएगा।
लाइट यागामी इसे एक अवसर मानता है और यह निर्णय लेता है कि वह दुनिया से सभी अपराधियों को खत्म करेगा, ताकि वह एक आदर्श समाज बना सके। वह अपनी पहचान छिपाने के लिए “किरा” के नाम से काम करता है।
मुख्य पात्र:

1. लाइट यागामी (Kira):
मुख्य पात्र लाइट यागामी एक प्रतिभाशाली छात्र है जो डेथ नोट के साथ दुनिया में सुधार करने की कोशिश करता है। उसकी सोच यह है कि वह संसार से सभी अपराधियों को समाप्त कर देगा। उसकी कार्यप्रणाली में नैतिकता की कमी है, और उसका दृष्टिकोण बेहद जटिल है।
2. ल (L):
ल एक असाधारण जासूस है जो कि लाइट यागामी (किरा) का विरोधी है। वह मस्तिष्क की ताकत से अपनी सूझबूझ और रणनीति से अपराधियों को पकड़ता है। ल की मानसिक स्थिति और अनोखी कार्यप्रणाली उसे एक अलग पहचान देती है।
3. री-नोटा (Ryuuk):
री-नोटा एक शिनिगामी (देवता) है, जो लाइट यागामी को डेथ नोट देता है। वह न सिर्फ लाइट के कार्यों को देखता है, बल्कि उसे इससे कोई फर्क भी नहीं पड़ता। उसकी भूमिका पूरी कहानी में एक अहम मोड़ लाती है।
थीम और मानसिकता:
“डेथ नोट” केवल एक अपराध और सजा की कहानी नहीं है, बल्कि यह बहुत गहरे दार्शनिक मुद्दों की भी पड़ताल करती है। यह सवाल उठाती है कि क्या किसी को यह अधिकार है कि वह दूसरों की जान ले? क्या वह सही है जो अपने ही विचारों के आधार पर न्याय करना चाहता है? क्या किसी समाज का सुधार उसी ढंग से किया जा सकता है, जैसा लाइट करता है?
इसके अलावा, यह सवाल उठाती है कि क्या अच्छे और बुरे के बीच अंतर सिर्फ एक नजरिए का फर्क है, या यह किसी सार्वभौमिक सिद्धांत पर आधारित होना चाहिए?
“डेथ नोट” एक ऐसी कहानी है जो केवल मनोरंजन ही नहीं देती, बल्कि यह मानसिकता, नैतिकता, और समाज के कृत्य पर गहरी विचारधारा प्रस्तुत करती है। इसके जटिल पात्र और शानदार कथानक ने इसे जापान से लेकर दुनियाभर में लोकप्रिय बना दिया है। इसने आधुनिक एनीमे और मंगा की दुनिया में एक नया मानक स्थापित किया है और आज भी यह अपने प्रशंसकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।